मेरे घर में लगी तोरई की बेल। जीवन कितना रहस्यपूर्ण है! एक छोटा सा बीज बेल बनकर खिलता है। फिर उसमें सब्ज़ी लगती है। उस सब्ज़ी को भोजन के रूप में हम ग्रहण करते हैं। तोरई में और हममें एक ही जीवन बह रहा है। इस चर-अचर जगत के हर एक कण में जीवन ही धड़क रहा है। ज़रा इस धड़कन को सुन कर देखें। फिर आपके लिए कोई पराया नहीं होगा, कोई शत्रु नहीं होगा, क्योंकि जो आपमें मौजूद है वही हर जगह मौजूद है।